बच्चों में ये आदत होती ही है कि कुछ भी वे मुंह में डाल लिया करते हैं. लिहाजा माता-पिता को हमेशा चौकन्ना रहना पड़ता है. जरा सी असावधानी हुई कि कुछ गड़बड़ की गुंजाइश रहती है. बिहार के गोपालगंज में तीन साल की एक बच्ची ने सिक्का निगलकर (Child Swallows Coin) परिजनों को चिंता में डाल दिया. अमूमन इस प्रकार के मामले में ऑपरेशन ही विकल्प होता है लेकिन एक डॉक्टर ने नई तरकीब निकाली जो कि अभी चर्चा में है.

मांझा प्रखंड के जगरनाथा गांव निवासी जैनुल हक की छोटी बेटी रुबीना ने खेलते-खेलते एक रुपये का बड़ा सिक्का निगल लिया. उसे जब परेशानी होने लगी तो रोना शुरू कर दिया. परिजन खासे चिंतित हो गए लेकिन कोई समाधान नहीं दिख रहा था. लाख कोशिशों के बाद भी सिक्का निकालना मुश्किल हो गया. दरअसल सिक्का बच्ची के आहार नली में जाकर फंस गया.
बच्ची की बेचैनी को देखते हुए पिता ने उसे निजी डॉक्टरों को दिखाना शुरू किया लेकिन सभी ऑपरेशन की ही सलाह दे रहे थे. ऑटो ड्राइवर जैनुल हक के पास इतने पैसे थे नहीं कि जल्द ऑपरेशन की व्यवस्था की जा सके. सदर अस्पताल के इएनटी डॉक्टर ने चौथे दिन कड़ी मशक्कत के बाद बाहर सिक्निके को बाहर निकालने में सफलता हासिल कर ली.
इएनटी डॉ. श्यामाकांत प्रसाद ने बिना ऑपरेशन इसे संभव कर दिखाया. इस पूरी प्रक्रिया में करीब ढाई घंटे का समय लगा. बता दें कि इंडो स्कोपिक (दूरबीन विधि) की सहायता से बच्ची की आहार नली में फंसे सिक्के को बाहर निकाला गया. सिक्का निकलने के बाद बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है.
डॉ. श्यामाकांत प्रसाद का कहना है,
ये कोई पहला मामला नहीं है कि बच्चे ने सिक्का निगल लिया है. बच्चे कई चीजें निगलते हैं और परेशानी में फंसते हैं. लिहाजा माता-पिता को अवेयर रहने की जरूरत है. इस मामले में भी ऑपरेशन की सलाह दी जा रही थी लेकिन बिना ऑपरेशन ही समाधान निकल गया.
अगर घर में छोटा बच्चा है तो जरूर ध्यान रखें। कई एेसे मामले जानलेवा भी साबित होते हैं. बच्चा बात समझता है तो उसे समझाने की चेष्टा करें ताकि वो कहछ भी निगलने से बचे.