पेट में कीड़े की समस्या (Baby bug problem in hindi) ना सिर्फ बच्चे को बल्कि बड़ों को भी हो सकती है. जबकि बच्चे के पेट में कीड़े होना एक आम समस्या है. खासकर 1 से 14 वर्ष की उम्र के बच्चों में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है. आंतों में पनपने वाले परजीवी को पेट का कीड़ा कहते हैं. इन कीड़ों को थ्रेडवर्म, सीटवर्म या पिनवर्म कहते हैं.

बच्चे बहुत जल्दी इस संक्रमण के शिकार हो जाते हैं और इसकी वजह है कि बच्चों में इसके प्रति सजगता नहीं रहती है. ये नंगे पांव खेलते, कुदते रहते हैं. जिस कारण वे धूल-मिट्टी, गंदगी व दूषित पानी के लगाव में आते हैं. बच्चों में ज्यादा होने वाली इस समस्या को घरेलू उपचार से भी ठीक किया जा सकता है.
यहां जानिए बच्चों के पेट में होने वाले कीड़े का कारण, लक्षण और उपाय- Baby bug problem in hindi
लक्षण
- मल में खून आना
- पेट दर्द
- चिड़चिड़ापन
- वजन घटना
- मिचली या उल्टी
- खुजली के कारण नींद न आना और घबराहट होना
- गुदा के आसपास दर्द और खुजली
- अपेंडिसाइटिस की संभावना
कारण – Baby bug problem in hindi
- दूषित भोजन ग्रहण करना
- गंदे पानी पीना
- बच्चों का घास पर नंगे पैर चलना
- दूषित वस्तु के संपर्क में आना
- सब्जी और फलों का बीना धोए सेवन करना
- अधपका मांस खाना
- पालतू जानवरों के संपर्क में आना
- संक्रमित मिट्टी के संपर्क में आने पर
- कीड़ों को हवा के संपर्क में आने पर
- शौच के बाद हाथ न धोना
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना
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कीड़ों के संक्रमण से ऐसे करें बचाव – Baby bug problem in hindi
1. अपने नन्हें शिशु की नैपी नियमित रूप से बदलते रहें. नैपी बदलने के बाद अपने हाथों को एकदमन सफाई से धो लें.
2. अपने घर की सफाई किसी अच्छे कीटनाशक से नियमित तौर पर करते रहें.
3. बच्चे को कीचड़ में मत खेलने दें. खासकर मानसून में उन्हें गिली मिट्टी से दूर ही रखें. बरसात का दूषित पानी भी बच्चे की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
4. जब बच्चा चलना शुरू कर दे तो उसे जूते पहना कर रखें. खासकर बाहर खेलते वक्त बच्चे के पैर में यह जूता अवश्य रहे. बाहर से खेलकर वापस लौटने पर बच्चे के हाथ-पैर अच्छे से धो दें.
5. बच्चे को हमेशा साफ-सुथरी और सूखी जगह पर खेलने को भेजें.
6. ध्यान रखें कि बच्चा शौच या टॉयलेट के लिए हमेशा शौचालय का ही इस्तेमाल करें.
7. बच्चे का नाखून हमेशा साफ रखें.
8. पानी को हमेशा फिल्टर करके ही पीएं. अस्वच्छ पानी से भी बच्चे के पेट में कीड़े हो सकते हैं.
9. शौचालय से आने के बाद हमेशा बच्चे के हाथ व पैर धो दें.
10. अपने घर के टॉयलेट सीट को हमेशा साफ रखें.
11. सब्जियां और फलों में मिट्टी लगी रहती है, इसलिए इन्हें इस्तेमाल करने से पहले अच्छे से धोना जरूरी है.
12. मांस-मछली हमेशा ताजा ही लाएं और उसे अच्छे पकाने के बाद ही खाएं.
13. शौच के बाद खाना खाने से पहले बच्चे का हाथ अच्छे से धोएं.
ये रहे पेट में कीड़े की समस्या के घरेलू उपचार
आपके बच्चे के पेट में भी अगर कीड़े की समस्या (Baby bug problem in hindi) है तो आप अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर इसका घरेलू उपचार कर सकते हैं. जैसे-
लहसुन – बच्चे के पेट में अगर कीड़े की समस्या है तो इससे निजात पाने के लिए लहसुन बहुत गुणकारी है. लहसुन का सेवन करने से यह जानवरों के साथ-साथ इंसानों के पेट में प्रवेश करने वाले कीड़े को भी मार सकता है.
पपीता – पपीता बहुत ही गुणकारी होता. सिर्फ पपीता ही नहीं इसके बीज में भी कृमिनाशक गुण होते हैं. बच्चे के पेट से कीड़े को निकालने के लिए उसे आप पपीता खिला सकते हैं. यह आंतों से कीड़ों को साफ करता है.
नीम – औषधीय गुणों से भरपूर नीम बच्चे के पेट में कीड़े की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करता है. लेकिन ध्यान रखना होगा कि नीम कड़वी होती है इसलिए चिकित्सक के परामर्श से ही इसे बच्चे को दें.
लौंग – लौंग में भी औषधीय गुणों की मात्रा मरपूर होती है. स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से निजात पाने के लिए इसका इस्तेमाल आज से नहीं बल्कि वर्षों से किया जा रहा है. पेट के कीड़ों से छुटकारा पाने के लिए लौंग का इस्तेमाल चिकित्सक से पूछ कर ही करें.
अजवाइन – बच्चे को अजवाइन खिलाने से उसके पेट में कीड़े की समस्या (Baby bug problem in hindi) दूर हो जाएगी. क्यूंकि यह गुणकारी खाद्य कृमिनाशक गुणों से भरपूर होता है.
ये नुस्खे भी..
गाजर – पेट में कीड़ों की समस्या से छुटकारा पाने में गाजर भी आपकी सहायता कर सकता है. चिकित्सक की सलाह से आप बच्चे को गाजर का जूस या फिर कच्चा गाजर भी खाने को दे सकते हैं.
कद्दू के बीज – कद्दू का बीज भी इस समस्या के लिए गुणकारी होता है. एक शोध के मुताबिक कद्दू का बीज पेट में कीड़े की समस्या पर 89 फीसद प्रभावी रूप में काम करता है.
नारियल – नारियल भी इस समस्या को दूर करने का कारगर इलाज है. नारियल पानी पीने से यह आंतों से कीड़ों को बाहर निकालता है, जिससे शरीर स्वस्थ बना रहता है.
हल्दी – हल्दी तो लंबे समय से एक औषधी के रूप में व्यवहार किया जा रहा है. शरीर अन्य बीमारियों के साथ-साथ यह पेट के कीड़ों को मारने का भी कारगर उपाय है.
करेला – करेले का सेवन करने से भी पेट के कीड़े मरते हैं. कीड़ों की समस्या से छुटकारा पाने के लिए इसका इस्तेमाल भी वर्षों से किया जा रहा है.
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