वर्तमान के दिनों में भारत में कई जगह ऐसे हैं जहां पुरुष-स्त्री अनुपात आवश्यकता से कम है. बावजूद इसके आज भी बालिका भ्रूण हत्या जैसी घटनाएं घटित होती रहती हैं. इस घटना पर अंकुश लगाने व लड़कियों को आत्मनिर्भर (Best Investment Plan for Girl Child in Hindi) बनाने के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं शुरू की गई है. अगर आपकी भी बेटी है तो आपकी जिम्मेदारी है कि उसका सुरक्षित आर्थिक भविष्य प्रदान करें.

कोई भी माता-पिता अपने बच्चे को चाहे वो लड़का हो या लड़की उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाने का हर संभव प्रयास करते हैं. इसमें उच्च शिक्षा के साथ बेहतर करियर विकल्प चुनने व आपात स्थितियों का सामना करना भी शामिल है. इन सभी के लिए ऐसे विकल्पों की तलाश जरूरी है जो आर्थिक रूप से पूरी तरह सहायता प्रदान करे.
बेटी के लिए निवेश योजनाएं – Investment Plans for Girl Child
इंडिया में हर वो माता-पिता जिनकी बेटी है उन्हें भविष्य के लिए योजना तैयार करनी पड़ती है. जिसमें शिक्षा व करियर की योजनाएं शामिल है. जब बात बेटी की शादी की आती है तो उन्हें बेटी की शादी के खर्च के लिए बचत के बारे में सोचना जरूरी होता है. इसकी वजह है कि भारत की परंपरानुसार शादी का खर्च वधु पक्ष को ही वहन करना पड़ता है. सीधे तौर पर कहें तो आपकी बेटी की वित्तीय सुरक्षा व सफल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए एक अच्छी निवेश योजना जरूरी है. हमारे देश में बेटियों के लिए आर्थिक निवेश के कई सारे विकल्प हैं. जैसे-
1. सुकन्या समृद्धि योजना – Sukanya Samriddhi Yojana
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) लड़कियों के लिए सबसे बेहतर आर्थिक निवेश योजना है. यह सरकार द्वारा प्रायोजित निवेश विकल्प है. इसके योजना के तहत एक माता-पिता अपनी दो बेटियों के लिए निवेश कर सकते हैं. इसमें खाता खोलने के लिए लड़की की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए. इसमें खाता खोलने की तारीख से 15 वर्ष तक निवेश का प्रावधान है. खाते में प्रति वर्ष न्यूनतम 250 रुपये व अधिकतम 1,50,000 रुपये जमा कर सकते हैं.
न्यूनतम राशि जमा करना अनिवार्य है अन्यथा 50 रुपये दंड भरना पड़ता है. खाता खुलने की तिथि से 21 वर्ष पूरे होने पर खाता को बंद कर सकते हैं. किसी भी आपात स्थिति में या रुपये की ज्यादा जरूरत होने पर यानी उच्च शिक्षा, शादी का खर्च के लिए नियम के अनुसार आप जमा राशि में से 50 फीसद तक निकाल सकते हैं. कर लाभ और औसत रिटर्न के साथ जोखिम मुक्त निवेश के लिए यह योजना सबसे बेहतर विकल्प है.
2. म्यूचुअल फंड – Investment Plans for Girl Child
हमारे देश में लड़कियों के लिए निवेश योजनाओं में यह अच्छा विकल्प है. म्यूचुअल फंड यानी व्यवस्थित निवेश योजना जिसमें माता-पिता अपनी बेटी के लिए कोष बनाने के लिए नियमित अंतराल पर निवेश कर सकते हैं. बेटी के जन्म लेते ही इसमें निवेश करने पर आपको अधिक लाभ मिलेगा. म्यूचुअल फंड लंबी अवधि के फंड होते हैं. इसमें निवेश की अवधि 10 साल होती है.
इस फंड में बच्चों को ध्यान में रखकर कई विकल्प तैयार किए गए हैं. और वे धनराशि को ऋण व इक्विटी के एक सुनियोजित संयोजन में निवेश करते हैं. पूंजी को इस तरह संरक्षित किया जाता है एवं रिटर्न मध्यम से उच्च होते हैं. यह निवेश विकल्प 10 से 15 फीसद के बीच वार्षिक रिटर्न दे सकता है. लेकिन यह फंड आपको कर लाभ प्राप्त करने में बहुत अधिक मदद नहीं करते हैं. इसमें बाजार के जोखिम रहते हैं इसलिए एक सही निवेश सलाहकार की सहायता लेना व निवेश करने से पहले पूरी तरह शोध करना सही रहता है.
3. पब्लिक प्रॉविडेंट फंड – Investment Plans for Girl Child
यह फंड भी बेटियों के लिए अच्छी निवेश योजना है. क्योंकि इसमें पूंजी पूरी तरह सुरक्षित रहती है. अगर आप बेटी के नवजात रहते हुए इस योजना में निवेश करना शुरू कर देते हैं तो 15 वर्षों में फंड बढ़ जाएगा. साथ ही ब्याज की कंपाउंडिंग से भी लाभ मिलेगा. यह योजना सरकार समर्थित निवेश विकल्प है जिसकी अवधि 15 वर्षों की है. अभी इसका ब्याज दर 7.9फीसद है जो आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत टैक्स में छूट प्राप्त करता है. इसमें 1 साल में न्यूनतम जमा राशि 500 रुपये और अधिकतम 1,50,000 रुपये है. इस फंड के तहत आंशिक निकासी का लाभ 7वें वित्तीय वर्ष के बाद मिल सकता है.
4. बाल योजना – Investment Plans for Girl Child
भारत में कई सारी ऐसी बीमा योजनाएं हैं जो माता-पिता के अचानक निधन होने पर बच्चे को एकसाथ भुगतान करती है. अगर पॉलिसीधारक की मौत हो जाती है तो तमाम शेष प्रीमियम को माफ कर दिया जाता है. ऐसी परिस्थिति में बीमा कंपनी बच्चे के लिए धनराशि का निवेश जारी रखती है. इस धनराशि को निवेश करने से जो रिटर्न मिलता है उसका भुगतान समय-समय पर बच्चे को किया जाता है.
ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि बच्चे का पालन-पोषण व शिक्षा ग्रहण करने में कोई दिक्कत ना हो. एक बात हमेशा याद रहे कि किसी भी बीमा योजना को चुनने से पहले बाजार अनुसंधान व निवेश योजनाकार के साथ विचार-विमर्श करना सही रहेगा. ऐसा करने पर आपको बच्चे के लिए अधिक लाभ देने वाली बीमा योजना का चयन करने में मदद मिलेगी.
5. रिकरिंग डिपॉजिट व फिक्स डिपॉजिट – Investment Plans for Girl Child
आपकी बेटी के लिए रिकरिंग डिपॉजिट व फिक्स डिपॉजिट सुरक्षित व जोखिम मुक्त निवेश विकल्प है. इन दोनों ही योजनाओं में शून्य जोखिम के साथ निश्चित रिटर्न होता है. इसके तहत आप एक विशेष राशि का निवेश कर उस राशि पर एक निश्चित ब्याज का लाभ उठा सकते हैं. कार्यकाल पूरा होने के बाद निवेशक को पूंजी व ब्याज प्राप्त होगा. अगर दोनों योजनाओं में अंतर की बात करें तो फिक्स डिपॉजिट में एक बार में एक निश्चित राशि जमा करने की जरूरत पड़ती है.
वहीं रिकरिंग डिपॉजिट में आपको नियमित अंतराल पर एक निश्चित राशि जमा करने की आवश्यकता होती है. एफडी में 1 वर्ष के लिए ब्याज दर 5.25 फीसद से 7.9 फीसद तक होती है. वहीं आरडी के लिए 1 वर्ष का ब्याज दर 6.25 फीसद से 7 फीसद तक होता है. ये ब्याज दरें आरबीआई के नियमों का पालन करते हुए प्रत्येक बैंक व वित्तिय संस्था अपने अनुसार तय करती है.
हर माता-पिता यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि विभिन्न योजनाओं में निवेश करके उनकी बेटी के लिए सुरक्षित आर्थिक भविष्य तय हो सके. आप भारत में बेटियों के लिए उपलब्ध सभी निवेश विकल्पों पर गहन अनुसंधान करके यह निश्चित कर सकते हैं कि किस योजना का चयन करना सही होगा. ताकि आपकी जरूरतें पूरी हो व आपको अधिकतम लाभ मिल सके.
(योदादी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)