आजकल एनिमेटेड फिल्मों (Career in Animation industry) का जमाना है क्यूंकि इस तरह की फिल्में लोग देखना खूब पसंद करते हैं. जैसी बाहुबली फिल्म को ही ले लीजिए. इस फिल्म में एनिमेशन (Animation industry in Hindi) का उपयोग हुआ था. सिर्फ फिल्म ही नहीं बल्कि बच्चों के लिए बहुत सारे कार्टून कैरेक्टर वाले सिरियल हैं जो एनिमेशन द्वारा ही बनाए गए हैं. किसी भी कार्टून कैरेक्टर में एनिमेशन का ही इस्तेमाल किया जाता है.

आजकल तो सोशल मीडिया पर वीडियो एनिमेशन या एनिमेटेड जिफ इमेजेस का इस्तेमाल होता है. इन्हें बनाने में भी एनिमेशन टेक्नोलॉजी (Animation industry in Hindi) का ही योगदान है. एनिमेशन इंडस्ट्री इतना विशाल है कि बड़ी-बड़ी कंपनियां मूवी, शो और वीडियो बनाकर अपना अच्छा व्यवसाय चला रही है. एनिमेशन का प्रभाव सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है.
तकनीक में लगातार हो रहे विकास की वजह से ही आए दिन नए-नए एनिमेटेड कैरेक्टर्स देखने को मिलते रहते हैं. मनोरंजन जगत में इन कैरेक्टर्स की बढ़ती मांग के कारण ही एनिमेशन इंडस्ट्री जबर्दस्त विकास कर रही है. संस्था रिसर्च एंड मार्केट द्वारा जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2018 में ग्लोबल एनिमेशन इंडस्ट्री ने 259 बिलियन यूएस डॉलर का आंकड़ा पार किया था.
ऐसे हो रहा इंडस्ट्री का विकास– Career in Animation industry
साल 2020 तक इसके 270 बिलियन यूएस डॉलर तक पहुंचने की संभावना जताई गई है. भारत में एनिमेशन इंडस्ट्री 9 फीसद की दर से विकास कर रहा है. संभावना है कि बहुत ही जल्द यह 1 बिलियन यूएस डॉलर के आंकड़े को पार कर लेगी. विशेषज्ञों का मानना है कि इंडिया में ऐसे कैरेक्टर बनाने वाले आर्टिस्ट की बहुत ज्यादा कमी है.
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ऐसी परिस्थिति में युवाओं के लिए एनिमेशन इंडस्ट्री अपना करियर बनाने का यह बेहतर अवसर है. इस इंडस्ट्री के ग्रोथ की वजह से एनिमेशन विषय एक स्ट्रीम के रूप में उबर कर सामने आ रहा है. बाकी फिल्ड्स की ही तरह यहां भी एनिमेशन के किसी भी ब्रांच में स्पेशलाइजेशन करने वाले स्टूडेंट्स को प्राथमिकता दी जा रही है. विद्यार्थियों के लिए इस फिल्ड में भी करियर से अपार अवसर हैं. इस फिल्ड में ग्रेजुएशन, पेस्ट ग्रेजुएशन, स्पेशलाइजेशन कोर्स करने वालों के लिए यहां विशेष जानकारी दी जा रही है.
स्कूल में स्ट्रीम का चयन ऐसे करें– Career in Animation industry
जिन बच्चों की एनिमेशन फिल्ड में रुचि रहती है उनके लिए स्ट्रीम का चयन करना मुश्किल काम हो जाता है. जैसे मेडिकल, इंजीनियरिंग फिल्ड्स के लिए स्ट्रीम निर्धारित है. लेकिन एनिमेशन में ऐसा नहीं है. वैसे आर्ट्स स्ट्रीम इसका बेहतर विकल्प है. इसकी वजह है कि एनिमेशन कोर्स का फाउंडेशन आर्ट पर ही आधारित होता है. अगर छात्र एनिमेशन (Animation industry in Hindi) के किसी खास स्पेशलाइजेशन में जाना चाहते हैं तो उसके लिए पूरी जानकारी जुटाना जरूरी है. विस्तृत जानकारी जुटाने के लिए स्ट्रीम का चयन करना बेहतर रहता है.
ग्रेजुएशन- Career in Animation industry
हायर सेकेंडरी (12वीं) के बाद एनिमेशन (Animation industry in Hindi) विषय से बीएससी कर सकते हैं. स्नातक के कोर्स में एनिमेशन के बेसिक टॉपिक से लेकर प्रोफेशनल टॉपिक भी शामिल रहते हैं. साथ ही इस कोर्स में फिल्म, टेलिविजन, एडजवरटिजिंग, वीएफएक्स समेत गेमिंग इंडस्ट्री की जानकारी भी इसमें शामिल है. बीएससी के सिवा छात्र एनिमेशन से बैचलर ऑफ फाइन आर्टस (बीएफए) का स्नातक कोर्स भी कर सकते हैं. बहुत सारे संस्थान हैं जो एनिमेशन एंड मल्टीमीडिया विषय से बीए करवाते हैं.
पोस्ट ग्रेजुएशन– Animation industry in Hindi
एनिमेशन से बीएससी करने के बाद इसी विषय में एमएससी भी किया जा सकता है. किसी छात्र को अगर सिर्फ एक ब्रांच में स्पेशलाइजेशन करना है तो मल्टीमीडिया, ग्राफिक डिजाइन, विजुअल आर्ट्स, ग्राफिक्स एंड एनिमेशन व विजुअल कम्युनिकेशन सब्जेक्ट से एमएससी कर सकते हैं.
डिग्री और डिप्लोमा में अंतर– Animation industry in Hindi
विद्यार्थी अगर एनिमेशन को अपने करियर की तरह देख रहे हैं तो फिर उनके लिए डिग्री कोर्स करना बेहतर रहेगा. क्यूंकि एनिमेशन के सामान्य डिप्लोमा कोर्स में केवल बेसिक की जानकारी दी जाती है. जबकि डिग्री कोर्स से करिअर की शुरुआत करने पर बेसिक जानकारी के साथ एनिमेशन से संबंधित हर पहलू की विस्तृत जानकारी मिलती है. और फील्ड में मांग भी इसी की है. एनिमेशन में स्नातक के बाद इसके किसी स्पेशलाइजेशन में डिप्लोमा करना भी करियर के लिए बेहतर रहता है.
एनिमेशन (Animation industry in Hindi) को वैसे तो टेक्निकल फील्ड के तौर पर जाना जाता है लेकिन ऐसा मानना पूरी तरह सही नहीं है. एनिमेशन में कई छात्र ऐसे होते हैं जो विषय के आधार को तो समझते हैं लेकिन उन्हें 3डी और ग्राफिक्स डिजाइन आदि विषयों में रुचि नहीं होती. इन छात्रों के पास एनिमेशन जगत में मैनेजमेंट से जुड़े जॉब्स के अवसर होते हैं. आपकी रुचि अगर रिकॉर्डिंग मैनेजमेंट जैसे कामों में है और एनिमेशन के बेसिक्स के साथ एक्सेल, पॉवर प्वाइंट की जानकारी रखते हैं तो हां आप मैनेजर की नौकरी कर सकते हैं.
रुचि के अनुसार करें स्पेशलाइजेशन का चयन– Career in Animation industry
- एनिमेशन फील्ड में स्पेशलाइजेशन हमेशा ही रुचि के साथ एजुकेशनल बैकग्राउंड पर निर्भर है. आर्ट के साथ ड्राइंग स्किल्स में रुचि है तो ग्राफिक डिजाइनिंग, कैरेक्टर डिजाइनिंग जैसे स्पेशलाइजेशन चुनना सही है.
- अगर गणित में रुचि है तो एनिमेशन मॉडलर को स्पेशलाइजेशन के रूप में चुन सकते हैं. एनिमेशन मॉडलर में कार, बिल्डिंग, फ्लाइओवर, हाइवे आदि को डिजाइन करना होता है.
- बायोलॉजी में रुचि रखने वाले मेडिकल एनिमेशन (Animation industry in Hindi) में स्पेशलाइजेशन के साथ शानदार करियर बना सकते हैं.
- एनिमेशन फील्ड कमें नौकरी के अवसर ना केवल मनोरंजन जगत तक सिमित है बल्कि बदलते ज़माने में हर तरफ इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है. जैसे मेडिकल फील्ड, न्यूज़ चैनल, सॉफ्टवेयर कंपनी, इंश्योरेंस, गेमिंग इंडस्ट्री, मूवी प्रोडक्शन व ई-कॉमर्स कंपनियों में भी नौकरी के अनगिनत अवसर हैं. यहां आप 3डी एनिमेटर, इमेज एडिटर, की-फ्रेम एनिमेटर, इन-बिटवीन एनिमेटर, मॉडलर, क्लीनअप आर्टिस्ट के रूप में काम कर सकते हैं.
यहां से कर सकते हैं एनीमेशन का कोर्स- Career in Animation industry
1. क्वांटम इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया स्टडीज एंड डिजाइन, उत्तराखंड
2. वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
3. एमिटी यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
4. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पाल्डी
5. फ्रेमबॉक्स एनीमेशन एंड विजुअल इफेक्ट्स, मुंबई
6. मणिपाल यूनिवर्सिटी
7. पिकासो एनिमेशन कॉलेज, जयपुर
8. सेंट जेवियर्स कॉलेज, कोलकाता
9. एरिना एनिमेशन (नई दिल्ली), एमएएसी, नई दिल्ली
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