देशभक्ति और देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा हर व्यक्ति के अंदर होता है. देशभक्ति पर लिखे गए कई ऐसे गाने हैं जिसे सुनते ही आपको भारतीय होने पर गर्व महसूस होगा. भारत को आजादी के लिए लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा था. भारतीय इतिहास में ऐसे कई महापुरुषों का नाम है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिये थे. इन महापुरुषों ने आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श स्थापित कर दिया.
हिंदी सिनेमा जगत में भी देश भक्ति के कई सारे गाने हैं, जिनके माध्यम से देश के प्रति स्नेह और जज्बे को अभिव्यक्त किया जाता है. देशभक्ति गीतों (Desh Bhakti Geet Patriotic Songs in Hindi) की लोकप्रियता पहले भी बहुत थी और आज भी है. भारतीय होने के नाते हमारे बच्चों में भी देश प्रेम की भावना का रहना जरूरी है क्यूंकि यही बच्चे तो देश का भविष्य हैं. इसलिए यहां हम आपको उन सभी देशभक्ति गीतों की सूची देने जा रहे हैं जिसे सुनते हीं आपके और बच्चों के अंदर देश प्रेम की भावना जागृत हो उठेगी. इन गीतों के माध्यम से बच्चों को देश के बारे में जानकारियां भी मिलेंगी.

बच्चों के लिए लोकप्रिय देशभक्ति गीत
1. जन-गण-मन अधिनायक जय हे
जन-गण-मन अधिनायक जय हे,
भारत-भाग्य-विधाता।
पंजाब सिन्धु गुजरात मराठा,
द्रावि़ड़ उत्कल बंग
विन्ध्य हिमाचल यमुना गंगा,
उच्छल जलधि तरंग।
तव शुभ नामे जागे,
तव शुभ आशिष मांगे,
गाहे तव जय गाथा।
जन-गण मंगलदायक जय हे,
भारत-भाग्य-विधाता।
जय हे! जय हे!! जय हे!!! / जय! जय! जय! जय हे!!
2. माँ तुझे सलाम
यहां वहां सारा जहां देख लिया है
कहीं भी तेरे जैसा कोई नहीं है
मैं अस्सी नहीं सौ दिन दुनिया घूमा है
नही कहे तेरे जैसा कोई नहीं
मैं गया जहाँ भी बस तेरी याद थी
जो मेरे साथ थी
मुझको तड़पाती रुलाती
सब से प्यारी तेरी सूरत
प्यार है बस तेरा प्यार है
माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम
अम्मा तुझे सलाम
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
तेरे पास ही मैं आ रहा हूं
अपनी बाहें खोल दे
जोर से मुझको गले लगा ले
मुझको फिर वो प्यार दे
तू ही जिंदगी है तू ही मेरी मोहब्बत है
तेरे ही पैरो में जन्नत है
तू ही दिल तू जान अम्मा
माँ तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
अम्मा तुझे सलाम
माँ तुझे सलाम
वंदे मातरम् वंदे मातरम्
3. नन्हा मुन्ना राही हूं
नन्हा मुन्ना राही हूं, देश का सिपाही हूं
बोलो मेरे संग
जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद
रास्ते में चलूंगा न डर-डर के
चाहे मुझे जीना पड़े मर-मर के
मंजिल से पहले ना लूंगा कहीं दम
आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम
दाहिने-बाएं, दाहिने-बाएं, थम
नन्हा मुन्ना…धूप में पसीना बहाऊंगा जहां
हरे-हरे खेत लहराएंगे वहां
धरती पे फाके न पाएंगे जनम
आगे ही आगे…नया है जमाना मेरी नई है डगर
देश को बनाऊंगा मशीनों का नगर
भारत किसी से रहेगा नहीं कम
आगे ही आगे…बड़ा हो के देश का सहारा बनूंगा
दुनिया की आँखों का तारा बनूंगा
रखूंगा ऊँचा तिरंगा परचम
आगे ही आगे…शांति की नगरी है मेरा ये वतन
सबको सिखाऊंगा मैं प्यार का चलन
दुनिया में गिरने न दूंगा कहीं बम
आगे ही आगे…
4. धरती सोना उगले
‘मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं
ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं
सुनके रहट की आवाज़ें यूं लगे कहीं शहनाई बजे
आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती…
जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अंगड़ाइयाँ लेती है
क्यूं ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
इस धरती पे जिसने जनम लिया, उसने ही पाया प्यार तेरा
यहां अपना पराया कोई नहीं है सब पे है मां उपकार तेरा
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती…
ये बाग़ है गौतम नानक का खिलते हैं चमन के फूल यहां
गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक, ऐसे हैं अमन के फूल यहां
रंग हरा हरी सिंह नलवे से रंग लाल है लाल बहादुर से
रंग बना बसंती भगत सिंह रंग अमन का वीर जवाहर से
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती…
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5. भारत हमको जान से प्यारा है
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
सदियों से भारत भूमी दुनिया की शान है
भारत माँ की रक्षा में जीवन कुर्बान है
भारत हमको जान से प्यारा है
सबसे न्यारा गुलिस्ताँ हमारा है
उजड़े नहीं अपना चमन
टूटे नहीं अपना वतन
गुमराह ना कर दे कोई
बर्बाद ना कर दे कोई
मंदिर यहाँ, मस्जिद यहाँ
हिंदू यहाँ, मुस्लिम यहाँ
मिलते रहे हम प्यार से
जागो……
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है
जन्मभूमी हैं हमारी शान से कहेंगे हम
सब ही तो भाई भाई प्यार से रहेंगे हम
हिन्दुस्तानी नाम हमारा है
सबसे प्यारा देश हमारा है
आसाम से गुजरात तक
बंगाल से महाराष्ट्र तक
जाती कई -धुन एक हैं,
भाषा कई -सूर एक है
कश्मीर से मद्रास तक
कह दो सभी हम एक है
आवाज दो हम एक है
जागो…
6. छोड़ो कल की बातें
छोड़ो कल की बातें, कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे, मिल कर नई कहानी
हम हिन्दुस्तानी, हम हिन्दुस्तानी
आज पुरानी जंजीरों को तोड़ चुके हैं
क्या देखें उस मंजिल को जो छोड़ चुके हैं
चाँद के दर पर जा पहुँचा है आज जमाना
नए जगत से हम भी नाता जोड़ चुके हैं
नया खून हैं नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
हमको कितने ताजमहल हैं और बनाने
कितने हैं अजंता हम को और सजाने
अभी पलटना हैं रुख कितने दरियाओं का
कितने पवर्त राहों से हैं आज हटाने
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
आओ मेहनत को अपना ईमान बनाएं
अपने हाथों को अपना भगवान बनाएं
राम की इस धरती को गौतम की भूमी को
सपनों से भी प्यारा हिंदुस्तान बनाएं
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
हर जर्रा है मोती आँख उठाकर देखो
माटी में सोना है हाथ बढ़ाकर देखो
सोने की ये गंगा है चाँदी की यमुना
चाहो तो पत्थर से धान उगाकर देखो
नया खून है नई उमंगें, अब है नई जवानी
हम हिन्दुस्तानी…
7. सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, वो गुलसितां हमारा
पर्वत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा, वो पासबाँ हमारा, सारे…
गोदी में खेलती हैं, जिसकी हजारों नदियां
गुलशन है जिसके दम से, रश्क-ए-जिनां हमारा
सारे….
मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्तां हमारा, सारे…
8. ऐ मेरे प्यारे वतन
ऐ मेरे प्यारे वतन
ऐ मेरे बिछड़े चमन
तुझपे दिल क़ुरबान
तू ही मेरी आरज़ू
तू ही मेरी आबरू
तू ही मेरी जान
ऐ मेरे प्यारे वतन
ऐ मेरे बिछड़े चमन
तुझपे दिल क़ुरबान
तेरे दामन से जो आए
उन हवाओं को सलाम
तेरे दामन से जो आए
उन हवाओं को सलाम
चूम लूँ मैं उस ज़ुबाँ को
जिसपे आए तेरा नाम
सबसे प्यारी सुबह तेरी
सबसे रंगीं तेरी शाम
तुझपे दिल क़ुरबान
तू ही मेरी आरज़ू
तू ही मेरी आबरू
तू ही मेरी जान
माँ का दिल बन के कभी
सीने से लग जाता है तू
माँ का दिल बन के कभी
सीने से लग जाता है तू
और कभी नन्हीं सी बेटी
बन के याद आता है तू
जितना याद आता है मुझको
उतना तड़पाता है तू
तुझपे दिल क़ुरबान
तू ही मेरी आरज़ू
तू ही मेरी आबरू
तू ही मेरी जान
छोड़ कर तेरी ज़मीं को
दूर आ पहुँचे हैं हम
छोड़ कर तेरी ज़मीं को
दूर आ पहुँचे हैं हम
फिर भी है ये ही तमन्ना
तेरे ज़र्रों की क़सम
हम जहाँ पैदा हुए
उस जगह ही निकले दम
तुझपे दिल क़ुरबान
तू ही मेरी आरज़ू
तू ही मेरी आबरू
तू ही मेरी जान
ऐ मेरे प्यारे वतन
ऐ मेरे बिछड़े चमन
तुझपे दिल क़ुरबान
9. आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की
आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की
इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की
वंदे मातरम…
उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है
दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है
जमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है
बाट-बाट में हाट-हाट में यहाँ निराला ठाठ है
देखो ये तस्वीरें अपने गौरव की अभिमान की
इस मिट्टी से…ये है
अपना राजपूताना नाज इसे तलवारों पे
इसने सारा जीवन काटा बरछी तीर कटारों पे
ये प्रताप का वतन पला है आजादी के नारों पे
कूद पड़ी थी यहाँ हजारों पद्मिनियाँ अंगारों पे
बोल रही है कण कण से कुरबानी राजस्थान की
इस मिट्टी से…
देखो मुल्क मराठों का ये यहाँ शिवाजी डोला था
मुगलों की ताकत को जिसने तलवारों पे तोला था
हर पर्वत पे आग लगी थी हर पत्थर एक शोला था
बोली हर-हर महादेव की बच्चा-बच्चा बोला था
घेर शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की
इस मिट्टी से…
जलियाँवाला बाग ये देखो यहीं चली थी गोलियां
ये मत पूछो किसने खेली यहाँ खून की होलियां
एक तरफ बंदूकें दन दन, एक तरफ थी टोलियां
मरनेवाले बोल रहे थे इनकलाब की बोलियां
यहाँ लगा दी बहनों ने भी बाजी अपनी जान की
इस मिट्टी से…
ये देखो बंगाल, यहाँ का हर चप्पा हरियाला है
यहाँ का बच्चा-बच्चा अपने देश पे मरनेवाला है
ढाला है इसको बिजली ने, भूचालों ने पाला है
मुट्ठी में तूफान बंधा है और प्राण में ज्वाला है
जन्मभूमि है यही हमारे वीर सुभाष महान की
इस मिट्टी से…
10. ये जो देश है मेरा
ये जो देश है मेरा
ये जो देस है तेरा, स्वदेस है तेरा
तुझे है पुकारा
ये वो बंधन है जो कभी टूट नहीं सकता
ये जो देस है तेरा…
मिट्टी की है जो खुश्बू, तू कैसे भुलाएगा
तू चाहे कहीं जाए, तू लौट के आएगा
नई-नई राहों में, दबी-दबी आहों में
खोए-खोए दिल से तेरे कोई ये कहेगा
ये जो देस है तेरा…
तुझसे जिदगी, है ये कह रही
सब तो पा लिया, अब है क्या कमी
यूँ तो सारे सुख हैं बरसे
पर दूर तू है अपने घर से
आ लौट चल तू अब दिवाने
जहाँ कोई तो तुझे अपना माने
आवाज दे तुझे बुलाने
वही देस
ये जो देस है तेरा…
ये पल हैं वही, जिसमें हैं छुपी
पूरी इक सदी, सारी जिंदगी
तू न पूछ रास्ते में का है
आए हैं इस तरह दो राह है
तू ही तो है राह जो सुझाए
तू ही तो है अब जो ये बताए
जाएं तो किस दिशा में जाएं
वही देस
ये जो देस है तेरा…
11. वन्दे मातरम
वन्दे मातरम्
सुजलां सुफलां मलयजशीतलाम्
शस्य शामलां मातरम् ।
शुभ्र ज्योत्स्ना पुलकित यामिनीं
फुल्ल कुसुमित द्रुमदलशोभिनीं
सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीं
सुखदां वरदां मातरम् ।। १ ।। वन्दे मातरम् ।
कोटि-कोटि-कण्ठ-कल-कल-निनाद-करले
कोटि-कोटि-भुजैर्धृत-खरकरवाले,
अबला केन मा एत बले ।
बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीं
रिपुदलवारिणीं मातरम् ।। २ ।। वन्दे मातरम् ।
तुमि विद्या, तुमि धर्म
तुमि हृदि, तुमि मर्म
त्वं हि प्राणा: शरीरे
बाहुते तुमि मा शक्ति,
हृदये तुमि मा भक्ति,
तोमारई प्रतिमा गडि
मन्दिरे-मन्दिरे मातरम् ।। ३ ।। वन्दे मातरम् ।
त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी
कमला कमलदलविहारिणी
वाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम्
नमामि कमलां अमलां अतुलां
सुजलां सुफलां मातरम् ।। ४ ।। वन्दे मातरम् ।
श्यामलां सरलां सुस्मितां भूषितां
धरणीं भरणीं मातरम् ।। ५ ।। वन्दे मातरम् ।।
12. ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी
इस में आपके बच्चे को यह जानने को मिलेगा कि देश को आजाद बनाए रखने के लिए किस तरह हमारे वीर सैनकों ने अपनी जान की कुर्बानी दी और देश की रक्षा की।
ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा..
पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने हैं प्राण गवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के घर ना आए,
जो लौट के घर ना आए, ऐ मेरे वतन के लोगों,
जरा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी
ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आँख में भर लो पानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी
तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुये हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली
जब हम बैठे थे घरों में..जब हम बैठे थे घरों में ..
वो झेल रहे थे गोली
संगीन पे धर कर माथा, सो गए अमर बलिदानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, जब घायल हुआ हिमालय, खतरे में पड़ी आज़ादी
जब तक थी साँस लडे वो..जब तक थी साँस लडे वो,
फिर अपनी जान बिछा दी
जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिन्दुस्तानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी, कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई गुरखा कोई मद्रासी
सरहद पर मरनेवाला..सरहद पर मरनेवाला,
हर वीर था भारतवासी
थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी,
थी खून से लथपथ काया, फिर भी बंदुक उठाके
दस दस को एक ने मारा, फिर गिर गए होश गँवा के
जब अंत समय आया तो, कह गए के अब मरते हैं
खुश रहना देश के प्यारों, अब हम तो सफर करते हैं
क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी,
तुम भूल ना जाओ उनको इसलिए कही ये कहानी
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी,
जय हिंद, जय हिंद की सेना जय हिंद, जय हिंद की सेना
13. मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती
मेरे देश की धरती…
आ आ आ आ
ओ ओ ओ ओ..
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं
जीवन का राग सुनाते हैं
गम कोसों दूर हो जाता है खुशियों के कँवल मुसकाते है
खुशियों के कँवल मुसकाते है
ओ ओ..
सुन के राहत की आवाजें
सुन के राहत की आवाजें यूँ लगे कहीं शहनाई बजे
यूँ लगे कहीं शहनाई बजे आते ही मस्त बहारों के
दुल्हन की तरह हर खेत सजे
दुल्हन की तरह हर खेत सजे
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती…
जब चलते हैं इस धरती पे हल
ममता अंगड़ाइयां लेती है
ममता अंगड़ाइयां लेती है
क्यों ना पूजे इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
जो जीवन का सुख देती है
ओ ओ..
इस धरती पे जिसने जन्म लिया
इस धरती पे जिसने जन्म लिया
उसने ही पाया प्यार तेरा
उसने ही पाया प्यार तेरा
यहाँ अपना पराया कोइ नहीं यहाँ अपना पराया कोइ नहीं
है सब पे माँ, उपकार तेरा – है सब पे माँ, उपकार तेरा
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती…
ये बाग है गौतम नानक का
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
रंग हरा हरी सिंह नलवे से
रंग लाल है लाल बहादूर से
रंग लाल है लाल बहादूर से
रंग बना बसन्ती भगत सिंह
रंग बना बसन्ती भगत सिंह
रंग अमन का वीर जवाहर से
रंग अमन का वीर जवाहर से
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती..
मेरे देश की धरती…
मेरे देश की धरती……
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती….
14. दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है
आज हिमालय की चोटी से फ़िर हम ने ललकारा है
दूर हटो ऐ दूर हटो ऐ
दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है
दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है
जहां हमारा ताज.महल है और कुतब.मीनारा है
जहां हमारे मंदिर मस्जिद सिखों का गुरुद्वारा है
इस धरती पर क़दम बढ़ाना अत्याचार तुम्हारा है
दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है
शुरू हुआ है जंग तुम्हारा जाग उठो हिन्दुस्तानी
तुम न किसी के आगे झुकना जर्मन हो या जापानी
आज सभी के लिए हमारा यही कौमी नारा है
दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है
आज हिमालय की चोटी से फ़िर हम ने ललकारा है
दूर हटो ऐ दूर हटो ऐ
दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है
दूर हटो ऐ दुनिया वालों हिन्दुस्तान हमारा है
15. ये देश है वीर जवानों का अलबेलों का मस्तानों का
ये देश है वीर जवानों का अलबेलों का मस्तानों का
ओ …
ओ … अति वीरों की
ये देश है वीर जवानों का
अलबेलों का मस्तानों का
इस देश का यारों … होय!!
इस देश का यारों क्या कहना
ये देश है दुनिया का गहना
ओ… ओ…
यहाँ चौड़ी छाती वीरों की
यहाँ भोली शक्लें हीरों की
यहाँ गाते हैं राँझे … होय!!
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में
मस्ती में झूमें बस्ती में
ओ… ओ…
पेड़ों में बहारें झूलों की
राहों में कतारें फूलों की
यहाँ हँसता है सावन … होय!!
यहाँ हँसता है सावन बालों में
खिलती हैं कलियाँ गालों में
ओ… ओ…
कहीं दंगल शोख जवानों के
कहीं कर्तब तीर कमानों के
यहाँ नित नित मेले … होय!!
यहाँ नित नित मेले सजते हैं
नित ढोल और ताशे बजते हैं
ओ… ओ…
दिलबर के लिये दिलदार हैं हम
दुश्मन के लिये तलवार हैं हम
मैदां में अगर हम … होय!!
मैदां में अगर हम दट जाएं
मुश्किल है के पीछे हट जाएं
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