मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Living near Highway) एक ऐसी बीमारी है जो रीढ़ की हड्डी व मस्तिष्क को प्रभावित करती है. हाईवे, सड़क या राजमार्गों के निकट रहने वाले लोगों में इस बीमारी की संभावनाएं अधिक रहती है. इसकी जानकारी हाल ही में हुए एक शोध में दी गई है. ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा मेट्रो वैंकूवर में 45 से 85 वर्ष की उम्र के 6 लाख 78 हजार व्यस्कों के डेटा का विश्लेषण किया गया है. ये लोग वर्ष 1994 से 1998 तक मेट्रो वैंकूवर में रहते थे.

इन सभी लोगों ने सड़क के किनारे रहने, वायु प्रदूषण व शोर जैसी व्यक्तिगत परेशानियों का अनुभव किया है. शोध में पाया गया कि एक प्रमुख सड़क से 50 मीटर या राजमार्ग (Living near Highway) से 150 मीटर से कम दूरी पर रहने वालों में तंत्रिका संबंधी विकारों के विकास खतरे से खाली नहीं है. इसकी वजह से वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों के खतरे में भी लगातार वृद्धि हो रही है.
शोध के अनुसार कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के अध्ययन लेखक वीरन युची का कहना है कि पहली बार वायु प्रदूषण व यातायात निकटता के बीच एक लिंक की पुष्टि हुई है. यह डिमेंशिया, पार्किसंस, अल्जाइमर व जनसंख्या स्तर पर मल्टीप्ल स्क्लेरोसिस के खतरे को बढ़ा रहा है. इस बीमारी को पूरे विश्व में मृत्यु और विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक माना जा रहा है.
क्या है मल्टीप्ल स्क्लेरोसिस?
मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Living near Highway) केंद्रीय तंत्रिका प्रणाली मतलब ब्रेन व स्पाइनल कॉर्ड की ऐसी बीमारी जो व्हाइट ब्लड सेल्स के ‘लिंफोसाइट’ के प्रतिक्रियावादी होने पर होती है. यह बीमारी किसी व्यक्ति को अक्षम कर सकती है. कभी-कभी तो लिंफोसाइट अपने ब्रेन और स्पाइनल कॉर्ड में घुसकर इसकी तंत्रिका तारों पर आक्रमण कर उन्हें क्षति पहुंचाने लगता है.
इस क्रिया की वजह से ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड व शरीर के विभिन्न अंगों के बीच सूचनाओं का आवागमन प्रक्रिया रूक जाती है. और शरीर के अंदर हो रही प्रतिक्रियाओं को महसूस करने में दिक्कत होती है. यह बीमारी नस को हमेशा के लिए क्षतिग्रस्त कर सकती है. न्यूरोलॉजिकल विकार संबंधी खतरों की बात करें तो इनमें ज्यादातर लाइलाज हैं.
धीरे-धीरे समय के साथ यह बीमारी (Living near Highway) गंभीर हो जाती है. इसके विपरीत शोधकर्ताओं ने हरियाली वाली जगह के बारे में भी जानकारी हासिल की. जिसमें पता चला कि यहां रहने वाले लोगों में तंत्रिका संबंधी विकारों पर वायु प्रदूषण का प्रभाव कम था. हरियाली वाली जगहों में रहने वाले लोगों की मानसिक स्थिति बाकी लोगों की तुलना में ज्यादा अच्छी होती है.
ऐसे लोगों में मल्टीप्ल स्क्लेरोसिस की संभावना अधिक-Living near Highway
1. इस बीमारी की संभावना 16-60 वर्ष के लोगों में अधिक रहती है.
2. पुरुषों की तुलना में महिलाएं बहुत जल्द इस बिमारी की शिकार होती हैं.
3. यह बीमारी अनुवांशिक है यानी परिवार में पहले अगर किसी को यह बीमारी थी तो ऐसे में भी इसकी संभावना बढ़ जाती है.
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4. सफेद लोगों खासकर उत्तरी यूरोप में रहने वालों को इसकी संभावना ज्यादा रहती है, वहीं एशियाई, अफ्रीकी व अमेरिकी लोगों में इसकी संभावना कम रहती है.
5. मल्टीपल स्क्लेरोसिस से टाइप 1 मधुमेह, थायरॉइड या सूजन की बीमारियों का खतरा रहता है.

जटिलताएं-Living near Highway
1. मांसपेशियों का कठोर होकर उसमें ऐंठन होना.
2. पैरों में पैरालिसिस की समस्या.
3. मिरगी व डिप्रेशन जैसी समस्या.
4. भूलने या मूड स्विंग्स जैसी मानसिक बीमारी.
ये रहे लक्षण-Living near Highway
1. देखने की क्षमता पर प्रभाव पड़ना.
2. कोई भी चीज डबल दिखाई देना.
3. पूरे शरीर में दर्द की समस्या रहना.
4. शरीर में झूनझूनाहट रहना.
5. शरीर में हमेशा थकान रहना.
6. उच्चारण में अस्पष्टता आना.
इन लक्षणों को दिखने पर उसे नजरअंदाज ना करें बल्कि समय रहते डॉक्टर को दिखाएं और इलाज शुरू करें. अन्यथा यह बीमारी (Living near Highway) मरीज को स्थाई विकलांगता का शिकार बना सकती है. #MultipleSclerosis
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