कोरोना वायरस का संक्रमण पूरे विश्व में दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. भारत में भी कोरोना के मरीजों की संख्या (New guideline for face mask) में लगातार वृद्धि हो रही है. एक तरफ तमाम देश इसको लेकर जागरुकता अभियान चला रहे हैं, दूसरी तरफ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से भी कोविड-19 की रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास जारी है.

इस गंभीर बीमारी को लेकर डब्ल्यूएचओ समय-समय पर गाइडलाइन्स (New guideline for face mask) जारी करता रहता है. इस बार डब्ल्यूएचओ ने फेस मास्क को लेकर महत्वपूर्ण गाइडलाइन जारी किया है. जिसमें संगठन की तरफ से सार्वजनिक स्थानों पर तीन परत वाले मास्क पहनने की जानकारी दी गई है।
नई गाइडलाइन में यह है खास– New guideline for face mask
नई गाइडलाइन में कहा गया है कि कोरोना वायरस से बचाव या फिर इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए लोगों का फेस मास्क पहनना अनिवार्य है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक इससे बचाव के लिए मास्क के प्रकार भी मायने रखते हैं. जैसे इस वायरस से अच्छी तरह बचाव के लिए तीन परत वाले कपड़े के मास्क पहनने की सलाह दी गई है. सिर्फ सलाह नहीं बल्कि सार्वजनिक रूप से तीन परत वाले मास्क को पहनने का अनिवार्य रूप से पालन करने का निर्देश दिया गया है. वहीं इन तीनों परतों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई है. जैसे
- पहली परत कॉटन की
- दूसरी पॉलीप्रोपाइलीन की
- तीसरी यानी बाहरी परत पॉलिएस्टर की
स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि इस तरह के तीन वाले मास्क को पहनने से किसी तरह का एयर ड्रोपलेट्स आप तक नहीं पहुंच पाएगा. वहीं गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि फेस मास्क को पहनने का तरीका भी सही होना चाहिए. साथ ही हमेशा साफ मास्क ही पहने. मास्क को बार-बार छुने से भी इसके संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए फेस मास्क पहनने के लिए विशेष जानकारी भी दी गई है, जैसे-
मास्क पहनने का सही तरीका– New guideline for face mask
- पब्लिक में फिजिकल डिस्टेंसिंग 1 मीटर से कम होने पर मास्क पहनना जरूरी है.
- जब भी मास्क पहनने जा रहे हों, उससे पहले अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं.
- फेस मास्क ऐसा हो जिससे आपका मुंह और नाक अच्छी तरह ढ़क जाए.
- मास्क लगाते समय चेहरे और मास्क के बीच में कोई गैप ना रहे.
- फिर अपने हाथों को साफ करके ही चेहरे से मास्क को हटाएं.
- मास्क को हमेशा कानों या सिर के पीछे से ही हटाना चाहिए.
- जितनी बार भी मास्क छूएं उतनी बार अपने हाथों को सेनेटाइज करते रहें.
- कभी खराब या ढ़ीले मास्क का इस्तेमाल मत करें.
- कभी भी गीला या फिर गंदे मास्क मत पहनें.
- किसी के साथ अपने मास्क को साझा मत करें.
- ध्यान रखें कि मास्क के बीच वाले हिस्से को कभी हाथ मत लगाएं.
संगठन की तरफ से यह भी सलाह दी गई है कि सार्वजनिक स्थानों वाले क्षेत्रों में 60 साल और उससे भी अधिक उम्र वाले लोगों को हमेशा मेडिकल मास्क ही पहनना चाहिए. जबकि अन्य लोग बाहर जाते वक्त तीन परत वाले मास्क (New guideline for face mask) पहनें. यह नई गाइडलाइन वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा किए गए रिसर्च पर आधारित है.
इसमें पता चला है कि श्वांस यंत्र, मेडिकल मास्क या फिर अन्य मास्क से भी मुंह ढ़क कर कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सकता है. अध्ययन में यह भी पाया गया है कि श्वांस यंत्र एवं मल्टीलेयर मास्क सिंगल लेयर मास्क की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षात्मक है. इसलिए मल्टीलेयर मास्क पहनना ज्यादा बेहतर है.
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