फरवरी महीने की शुरुआत होते ही युवाओं में वैलेंटाइन डे (14 फरवरी) मनाने की सरगर्मी तेज हो जाती है. वेलेंटाइन डे (Valentine Day) से पहले पूरे सप्ताह युवा वैलेंटाइन वीक मनाते हैं. इस वीक की शुरुआत ‘रोज डे’ से होती है. फिर प्रपोज डे, चॉकलेट डे, टेडीबीयर डे, प्रॉमिस डे, हग डे, किस डे और 8वें दिन वैलेंटाइन डे मनाया जाता है. आज वैलेंटाइन डे यानी प्यार और प्यार करने वालों को समर्पित यह दिन खुशियों का है.

हर प्यार करने वालों के लिए यह दिन खास अहमियत रखता है. प्यार का इजहार करने वालों को इस दिन का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है. किसी भी त्योहार को मनाने के पीछे कोई न कोई कहानी होती है. ठीक उसी प्रकार पूरी दुनिया में मनाए जाने वाले इस खास दिन यानी वैलेंटाइन डे से जुड़ी भी कहानी है कि इसे क्यों और कब से मनाया जाता है.
क्यों मनाया जाता है वैलेंटाइन डे (Valentine Day)
कहते हैं कि वैलेंटाइन डे (Valentine Day) का नाम रोम के एक पादरी संत वैलेंटाइन के नाम पर रखा गया है. तीसरी सदी में रोम साम्राज्य में क्लॉडियस नामक राजा शासन करता था. उस राजा बहुत शक्तिशाली शासक बनना चाहता था. इसके लिए उसे एक बड़ी सेना बनानी थी.
वहीं दूसरी तरफ राजा ने देखा कि रोम के वे लोग जिनका परिवार और बीवी, बच्चे हैं वे सेना में नहीं जाना चाहते. इसके बाद उसने नियम बनाकर यहां भविष्य में होने वाली शादियों पर ही प्रतिबंध लगवा दिया. यह नियम किसी को भी पसंद नहीं आया लेकिन शासक के सामने बोलने की हिम्मत किसी में नहीं थी.
संत वैलेंटाइन (Valentine Day) भी इस नियम के खिलाफ थे और उन्होंने इस आदेश का कड़ा विरोध भी किया. सिर्फ विरोध ही नहीं उसने पूरे राज्य में लोगों को शादी करने के लिए प्रेरित भी किया. एक दिन संत के पास एक जोड़ा आया और उसने शादी की इच्छा व्यक्त की. संत ने गुपचुप तरीके से एक कमरे में दोनों की शादी करवा दी.
गुपचुप शादी करवाने पर हुई थी सजा मौत (Valentine Day)
राजा क्लॉडियस तक जब इस बात की जानकारी पहुंची, तो उसे तेज गुस्सा आया. अपने आदेश का उल्लंघन होते देख उसने संत वैलेंटाइन को बंदा बनाने का फरमान जारी किया. राजा के आदेशानुसार संत को गिरफ्तार किया गया. जब संत वैलेंटाइन जेल में बंद था तो जो भी उससे मिलने जाता वो गुलाब या किसी गिफ्ट के साथ जाता था.
वे सभी बताना चाहते थे कि सभी प्यार में विश्वास करते हैं. 14 फरवरी सन 269 को संत को फांसी दे दी गई थी. वैलेंटाइन प्यार करने वालों के लिए खुशी-खुशी कुर्बान हुआ था. संत वैलेंटाइन के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने अपनी मृत्यु से कुछ समय पहले 14 फरवरी को जेलर की नेत्रहीन बेटी जैकोबस को नेत्रदान किया था.
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उन्होंने जैकोबस को एक पत्र दिया था जिसमें उन्होंने अंत में लिखा था कि ‘तुम्हारा वैलेंटाइन’. तभी से संत वैलेंटाइन की याद में इस दिवस को वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है. वैलेंटाइन डे के बहाने ही सही पूरे विश्व में निःस्वार्थ प्रेम का संदेश फैलाया जाता है.

वैलेंटाइन के दिन सभी अपने प्यार के लिए वक्त निकालते हैं, प्यार का इजहार करते हैं और एक दूसरे को उपहार भी देते हैं. एक सप्ताह तक चलने वाला यह विशेष त्योहार 7 फरवरी से 14 फरवरी तक मनाया जाता है.
विभिन्न देशों में वैलेंटाइन डे का अलग है अंदाज (Valentine Day)
वैलेंटाइन डे (Valentine Day) का पालन हर देश अपने-अपने अंदाज में करता है. पश्चिमी देशों में तो इसकी रौनक चरम पर रहती है. पूर्वी देशों में इसे अलग-अलग अंदाज और विश्वास के साथ मनाया जाता है. पश्चिमी देशों में पारंपरिक रूप से इस त्योहार को मनाने के लिए वैलेंटाइन डे नाम से प्रेम पत्रों का आदान-प्रदान होता है. साथ ही फूल व दिल आदि प्रेम प्रतीकों को उपहार के रूप में दिया जाता है.
चीन में यह दिन नाइट्स ऑफ सेवेन्स के नाम से जाना जाता है जबकि जापान व केरिया में वाइट डे के नाम से मनाया जाता है. इन देशों में इस दिन (Valentine Day) से पूरे महीने लोग अपने प्यार का इजहार करते हैं और एक-दूसरे को फूल व तोहफे देकर अपनी भावनाओं का इजहार करते हैं.
अमेरिका ने तो 19वीं सदी में इस दिन को आधिकारिक अवकाश घोषित कर दिया था. यूएस ग्रीटिंग कार्ड के अनुमान के अनुसार पूरे विश्व में प्रति वर्ष करीब एक बिलियन वैलेंटाइन्स एक दूसरे को कार्ड देते हैं. इसे क्रिसमस के बाद दूसरा सबसे अधिक कार्ड बिक्री वाला त्योहार माना जाता है.
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